देहरादून में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा आफत बन हुई है। खासकर, आशारोड़ी, सहस्रधारा रोड, राजपुर, मालसी आदि क्षेत्रों में भारी वर्षा के दौर हो रहे हैं। जबकि, घंटाघर से लेकर शहर के ज्यादातर क्षेत्रों में हल्की बूंदाबांदी के बीच उमसभरी गर्मी बेहाल कर रही है।मौसम विभाग के अनुसार, आज यानी शुक्रवार को देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है। जिसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। अन्य जिलों में आंशिक बादल छाने और बूंदाबांदी के संभावना है।
एक एनएच, दो स्टेट हाईवे, एक मुख्य जिला मार्ग समेत 14 सड़कें बंद
विकासनगर। एक राष्ट्रीय राजमार्ग, दो स्टेट हाईवे, एक मुख्य जिला मार्ग समेत 14 सड़कें बंद होने से करीब 80 से ज्यादा राजस्व ग्रामों, खेड़ों मजरों के ग्रामीणों की दिनचर्या बुरी तरह से प्रभावित हो गयी है। दिल्ली यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग किमी 112 पर चकनावा, किमी 123 पर लखवाड़ व किमी 127 में लखवाड़ बैंड के पास बंद है।
शंभू की चौकी पंजिया मोटर मार्ग पर किमी एक पर मलबा आने से यातायात ठप है। साहिया समाल्टा पानुवा मोटर मार्ग किमी दो पर बंद है। लोनिवि चकराता टुंगरा मोटर मार्ग को शुक्रवार को भी नहीं खोल पाया है।माख्टी पोखरी ककनोई मोटर मार्ग पर किमी सात से नौ तक मलबा आने से आवागमन ठप पड़ा है। गौराघाटी लवाड़ी मानथात मोटर मार्ग पर किमी एक से पंद्रह के बीच पांच स्थानों पर मलबा आया हुआ है। सभी बंद 14 मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गयी हैं।
उत्तरकाशी में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट के पास मलबा व पत्थर आने के कारण चार घंटे बाधित रहा। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात सुचारू है, जिले में मौसम साफ है।
मसूरी में भयंकर बारिश
मसूरी और समीपवर्ती इलाकों में गुरुवार पूरी रात भयंकर बारिश हुई। जिस कारण मसूरी चकराता एनएच 707 ए यमुनापुल से पांच किमी पहले जीवन आश्रम के समीप पहाड़ी से भारी मलबा और बोल्डर आने से यातायात के लिए बंद हो गया है। सड़क के दोनों ओर वाहन रुके पड़े हैं। माल रोड पर गढ़वाल टेरेस के सामने अवैध रूप से हुए खनन का पुश्ता ढहने से मलबा मॉल रोड पर आ गया है।
कोटद्वार में मलबा आने से बंद नेशनल हाईवे खुला
कोटद्वार में आसपास के क्षेत्र में बीती रात हुई मूसलधार बारिश के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारी मलबा आ गया था। जिस कारण रात से ही राजमार्ग पर यातायात बंद था। शुक्रवार सुबह मलबा हटाकर मार्ग खोला गया। राजमार्ग बंद होने के कारण वाहनों को दुगड्डा व कोटद्वार में ही रोका गया था। यहां मार्ग चार घंटे बंद रहा।
पूरी तरह से रपटे को बाहर ले गया पानी
रुड़की। हजारों स्कूली छात्रों को राहत देने के लिए सोलानी नदी पर बनाया गया रपटा पूरी तरह से बह गया है। इसके साथ ही शुक्रवार को स्कूल से घर पहुंचने वाले छात्रों को एक से डेढ़ घंटे की देरी से स्कूल पहुंचना पड़ा। ढंडेरा फाटक बंद होने के चलते यहां पर भी वाहनों की लंबी लाइन लगी रही।पिछले वर्ष वर्षाकाल के दौरान सोलानी नदी पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद इस पुल को भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया गया। वहीं लोक निर्माण विभाग की ओर से 90 लाख रुपये खर्च कर एक रपटे का निर्माण कराया गया।
अगले तीन दिन ऐसा रहेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में आंशिक बादल छाये रह सकते हैं। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार व ऊधमसिंह नगर को छोड़कर अन्य जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। वहीं, देहरादून, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में कहीं-कहीं भारी वर्षा के आसार हैं।शनिवार और रविवार को प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की आशंका है। पिथौरागढ़ और बागेश्वर समेत कुमाऊं के कुछ क्षेत्रों में अत्यंत भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
चंद्रबनी में वर्षा का कहर, दहशत में बीती रात
देहरादून के बीचोंबीच हल्की बूंदाबांदी हो रही है, जबकि आसपास के क्षेत्रों में मानसून की वर्षा कहर बरपा रही है। आशारोड़ी में बुधवार की सुबह से गुरुवार की सुबह तक 124 मिमी वर्षा हुई, जिससे चंद्रबनी क्षेत्र में आपदा जैसे हालात हो गए और क्षेत्रवासियों ने दहशत में रात गुजारी। वर्षा का पानी और मलबा घरों में घुस गया, जिससे राशन के साथ ही अन्य सामान भी खराब हो गया।
इसके अलावा काठबंगला और ओगलभट्ठा में भी पुस्ता ढहने और भूधंसाव की सूचना है। वर्षा के कारण पैदा हो रही दुश्वारियों के लिए क्षेत्रवासियों ने सरकार की अनदेखी को जिम्मेदार ठहराया है। बुधवार सुबह भारी वर्षा के कारण चंद्रबनी में जनजीवन प्रभावित होने के बाद देर रात भी आसमान से आफत बरसती रही। रात करीब दो बजे बरसाती नाले और रपटे उफान पर आ गए, जिससे तमाम घरों में पानी और मलबा घुस गया।