नगर निगम के बाद अब एमडीडीए ने भी मलिन बस्तियों से अवैध कब्जे हटाने की तैयारी कर ली है। बृहस्पतिवार को 249 अवैध कब्जेदारों को जगह खाली करने के नोटिस थमाए गए हैं। घरों को खाली करने के लिए तीन दिन का समय दिया है। इसके बाद सोमवार से बुलडोजर चलेगा। कार्रवाई के दो टीमें गठित की गई हैं। डीएम को पत्र भेजने के साथ ही एसएसपी से छह कंपनी पीएसी मांगी गई है।
नदियों किनारे अतिक्रमण हटाने को लेकर एनजीटी की सख्ती के बाद नगर निगम और एमडीडीए प्रशासन हरकत में हैं। पिछले दिनों नगर निगम की ओर से दीप नगर, काठबंगला एवं जाखन आदि में स्थित मलिन बस्तियों में बुलडोजर चलाकर घरों को ध्वस्त कराया था। विभिन्न संगठनों एवं अतिक्रमण ध्वस्त होने के बाद प्रभावित लोगों ने एमडीडीए कार्यालय पर भी प्रदर्शन किया था। जिसमें आरोप लगाया गया था कि प्रभावितों को सुनवाई का भी मौका नहीं दिया जा रहा है।
अब एमडीडीए ने अपने अधिकार क्षेत्र में आ रही काठबंगला और वीर गबर सिंह बस्ती में अवैध कब्जेदारों पर कार्रवाई का ऐलान कर दिया है। एमडीडीए ने पूर्व में 412 लोगों को नोटिस भेजे गए थे। जिसके बाद 163 लोगों 11 मार्च 2016 से पहले के कब्जाधारी होने के प्रमाण दिए थे। जबकि 249 लोग अवैध कब्जेदारों के रूप में चिह्नित हुए हैं। एमडीडीए पर भी कार्रवाई को लेकर दबाव है। बृहस्पतिवार को एमडीडीए ने जिलाधिकारी को कार्रवाई के बाबत पत्र भेजा है।जिसमें मजिस्ट्रेट नियुक्त करने की मांग की गई है। इसके साथ ही एसएसपी अजय सिंह को भी पत्र भेजा गया है। जिसमें कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा के मद्देनजर कार्रवाई के दौरान पीएसी की छह कंपनी तैनात किए जाने की मांग की गई है। एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि नोटिस जारी कर दिए गए हैं। सोमवार को कब्जे हटाए जाएंगे।