देहरादून के सातों नगर निकायों में चुनावी बिसात बिछ चुकी है। चुनाव प्रचार में रोज लगाने के बाद अब प्रत्याशियों को मतदान का इंतजार है। सात निकायों में महापौर, अध्यक्ष पद के लिए कुल 32 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। इस बार निकाय चुनाव में कहीं भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है तो कहीं निर्दल प्रत्याशियों ने चुनाव को दिलचस्प बना दिया है।देहरादून जिले दो निकाय में अध्यक्ष पद पर कांग्रेस के प्रत्याशी नहीं हैं। ऐसे में भाजपा को सीधा निर्दलियों से चुनौती मिल रही है। प्रदेश के सबसे बड़े नगर निगम दून में महापौर पद के लिए भाजपा और कांग्रेस में ही टक्कर मानी जा रही है। हालांकि, यहां आम आदमी पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल समेत निर्दलीय प्रत्याशी भी अपना जोर लगा रहे हैं। इसके अलावा डोईवाला और विकासनगर में भी भाजपा-कांग्रेस के बीच ही मुकाबला है। जबकि, जिले के दूसरे नगर निगम ऋषिकेश में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है।इसी तरह मसूरी नगर पालिका में भी अध्यक्ष पद पर त्रिकोणीय मुकाबला है। हरबर्टपुर नगर पालिका में कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन निरस्त होने के बाद भाजपा का मुकाबला निर्दलीय प्रत्याशियों से है। वहीं, सेलाकुई नगर पंचायत में भी कांग्रेस मैदान में नहीं है।
देहरादून में भाजपा-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर
प्रदेश के सबसे बड़े नगर निगम देहरादून में भाजपा और कांग्रेस ने प्रचार में पूरी ताकत झोंके रखी। 100 वार्ड के निगम में महापौर पद पर वैसे तो 10 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन भाजपा के महापौर प्रत्याशी सौरभ थपलियाल और कांग्रेस प्रत्याशी विरेंद्र पोखरियाल को ही मजबूत दावेदार माना जा रहा है। ऐसे में चुनाव रोचक होने की उम्मीद है। हालांकि, आम आदमी पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल समेत निर्दलीय प्रत्याशी भी शहर का महापौर बनने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। इसके अलावा पार्षद पद पर 385 प्रत्याशी मैदान में हैं।