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देहरादून। राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस के अवसर पर डीएवी इंटर कॉलेज, देहरादून में आयोजित एनएसएस कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत भी हुई, जिसके बाद मंत्री जोशी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बलिदान देने वाले वीर सपूतों को श्रद्धांजलि भी दी।
अपने संबोधन में मंत्री जोशी ने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए सबसे बड़ा खतरा भी है और इससे मुकाबले के लिए केवल सैन्य नहीं, बल्कि सामाजिक व नैतिक मोर्चे पर भी लड़ाई जरूरी है। उन्होंने हाल में भारतीय सेना द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भारत की कूटनीतिक व सैन्य दृढ़ता का प्रतीक है।
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्यवाही की गई, जो पहलगाम आतंकी हमले का जवाब भी था। मंत्री जोशी ने दावा किया कि यदि कार्रवाई दो दिन और चलती तो “पाकिस्तान का नामोनिशान मिट भी सकता था”। उन्होंने बताया कि भारत की आक्रामक सैन्य नीति के चलते ही पाकिस्तान को भारत की शर्तों पर संघर्षविराम स्वीकार भी करना पड़ा।
मंत्री जोशी ने छात्रों से देशभक्ति, सकारात्मक सोच व नैतिक मूल्यों को अपनाने की अपील की और कहा कि युवाओं को आतंकवाद व नफरत की विचारधारा से दूर रहकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देना भी चाहिए। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री को देश की सुरक्षा नीति को मजबूत करने के लिए धन्यवाद भी दिया।
कार्यक्रम के अंत में मंत्री जोशी ने विद्यालय को जनरेटर देने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य एके श्रीवास्तव, ओएनजीसी के प्रधान नीरज शर्मा, डॉ. बबीता सहोत्रा, दीपक चौहान, सुधीर पोखरियाल, मनजीत रावत समेत कई गणमान्य व्यक्ति और छात्र भी उपस्थित रहे।
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