पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते उत्तराखंड के मौसम में मंगलवार रात से बदलाव हुआ है. मौसम के बदलने से पर्वतीय जिलों में शीत लहर तो मैदानी इलाकों में कोहरे और ठंड के बढ़ने की संभावना है. इसी तरह का मौसम 5 नवंबर को भी कुछ पर्वतीय जिलों में रहने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है. मौसम विभाग ने 5 पर्वतीय जिलों में आज बारिश का अनुमान जारी किया है.
देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल ने जानकारी दी कि पांच नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड के मौसम को प्रभावित कर सकता है. उन्होंने बताया कि 4 नवंबर की रात से पर्वतीय जिलों के कुछ क्षेत्रों में कहीं हल्की वर्षा और 4 हजार मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल, चंपावत, उधम सिंह नगर जिलों मे हल्की वर्षा हो सकती है.
मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक रोहित थपलियाल के अनुसार 5 नवंबर को भी अधिकतर पर्वतीय जिलों में इसी तरह का मौसम बना रहेगा. रोहित थपलियाल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के करण उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जनपदों के कुछ क्षेत्रों में बहुत हल्की वर्षा होने के आसार हैं. इसके अलावा 4000 या उससे अधिक मीटर की ऊंचाई पर स्थित क्षेत्रों मे बर्फबारी की संभावना है.
यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो चुके हैं. यहां वाकई शीतकाल आ भी चुका है. यमुनोत्री का अधिकतम तापमान 12° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -1° सेल्सियस है. गंगोत्री धाम में यमुनोत्री से भी ज्यादा ठंड पड़ रही है. यहां दोनों की तापमान माइनस में हैं. गंगोत्री धाम का अधिकतम तापमान -7° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -18° सेल्सियस है. केदारनाथ में भी भीषण ठंड पड़ रही है. यहां अधिकतम तापमान -4° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -15° सेल्सियस है. बदरीनाथ धाम की यात्रा अभी जारी है, लेकिन यहां भी हाड़ कंपा देने वाली ठंड है. बदरीनाथ धाम में अधिकतम तापमान -1° सेल्सियस और न्यूनतम तापमान -12° सेल्सियस है.