समान कार्य के बदले समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलनरत उपनल कर्मियों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है. सरकार के साथ 8वीं बार वार्ता विफल होने पर बुधवार को कर्मचारियों ने उत्तराखंड के सैनिक कल्याण सचिव का पुतला दहन किया और नो वर्क नो पे के आदेश की प्रतियां जलाकर अपना विरोध प्रकट किया.
देहरादून मे कर्मचारियों का धरना 11वें दिन भी जारी रहा. इधर सरकार के साथ आठवीं वार्ता भी विफल साबित हुई. शासन की ओर से जारी किए गए नो वर्क नो पे का ऑर्डर आने पर आक्रोशित कर्मचारियों ने सैनिक कल्याण सचिव दीपेंद्र चौधरी का पुतला फूफा और ऑर्डर की प्रतियां भी जलाई. कर्मचारियों ने साफ किया है कि बिना किसी भय और दबाव के मांग पूरी होने तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी. संयुक्त मोर्चा के प्रदेश संयोजक विनोद गोदियाल ने कहा कि सरकार लगातार कर्मचारियों का शोषण करती आ रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार एक तरफ नियमितीकरण के लिए उप समिति बनाने का ढोंग रच रही है, वहीं दूसरी ओर कर्मचारियों को डराने धमकाने के लिए कल शासनादेश जारी कर देती है. इसके विरोध में कर्मियों ने सचिन दीपेंद्र चौधरी का पुतला दहन किया है और नो वर्क नो पे के ऑर्डर की प्रतियां जलाई है. दरअसल बुधवार को उत्तराखंड शासन के सचिव दीपेंद्र कुमार चौधरी ने आउटसोर्सिंग के माध्यम से विभिन्न विभागों में तैनात आउटसोर्स उपनल कर्मियों के हड़ताल को लेकर आदेश जारी किया, जिसके बाद उपनल कर्मियों की मुश्किलें बढ़ सकती है.
इस आदेश में उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम देहरादून के प्रबंध निदेशक को आदेशित किया गया है कि अपने कार्यालयों से अनुपस्थित चल रहे उपनल कर्मियों को चिन्हित किया जाए, और संबंधित विभागों, निगमों संस्थानों में उनकी अनुपस्थिति लगाई जाए. इसके साथ ही नो वर्क नो पे का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराया जाए. शासन ने सभी संस्थानों और विभागों को निर्देशित किया है कि कर्मचारियों के हड़ताल से संबंधित स्थिति पर तत्काल कार्रवाई की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी कर्मचारी बिना कार्य किए वेतन का लाभ न ले सके.
गौर हो कि नियमितीकरण व समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को लेकर उपनल कर्मचारी मुखर हैं. बीते दिन उपनल के कर्मचारियों की मांगों के समर्थन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल आंदोलनरत कर्मचारियों के धरना स्थल पर पहुंचे और अपना समर्थन दिया.