केदारनाथ और यमुनोत्री धाम पहुंचने की राह और आसान होगी। केदारनाथ धाम मार्ग के अगस्त्यमुनि से फाटा तक और यमुनोत्री मार्ग पर पालीगाड से जानकीचट्टी मार्ग की चौड़ाई बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की हाई पॉवर कमेटी ने अनुमति प्रदान कर दी है।वर्तमान में दोनों स्थानों पर मार्ग सिंगल लेन है जो डबल लेन हो सकेगा। जिससे यातायात और सुगम हो सकेगा।चारधाम यात्रा मार्ग को बीते सालों में बेहतर किया गया है। लेकिन केदारनाथ धाम में अगस्त्यमुनि से फाटा कुंड बाइपास तक 13 किमी सड़क सिंगल लेन है, इसके कारण कई बार वाहनों का आवागमन प्रभावित होता रहा है।
सात मीटर बढ़ेगी सड़क की चौड़ाई
एनएच के अधिकारियों के अनुसार मार्ग की चौड़ाई सात मीटर तक बढ़ सकेगी। इसके अलावा पटरी भी बनेगी। इससे करीब चौड़ाई 10 मीटर तक हो सकेगी। इससे आवागमन आसान हो सकेगा। लोनिवि के प्रमुख अभियंता दीपक यादव व एनएच के मुख्य अभियंता दयानंद कहते हैं कमेटी से अनुमति मिल गई है। अब आगे की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार योजना के लिए डीपीआर को तैयार करना होगा।
सोनप्रयाग में रिंग रोड की संभावना
केदारनाथ धाम आने वाले यात्री अपने वाहनों से सोनप्रयाग तक पहुंचते हैं, इसके बाद गौरीकुंड के लिए शटल सेवा संचालित होती है। सोनप्रयाग में वाहनों के दबाव से निपटने के लिए बाइपास की योजना बनाई गई थी, पर वह आगे नहीं बढ़ सकी। एनएच के अधिकारियों के अनुसार जो मौजूदा मार्ग था, उसकी क्षमता वृद्धि की गई थी। अब नदी के दोनों तरफ से करीब तीन किमी लंबाई का एक रिंग रोड बनाने की योजना है, जिससे वाहनों का आवागम को बेहतर किया जा सके। इस काम के लिए पुल निर्माण भी होगा।