देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर 150 किमी की रफ्तार से गुजरी कार, रडार गन की मदद से किया गया 321 वाहनों का चालान

परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम देखती रह गई और 150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ती हुई टोयोटा फारच्यूनर कार चंद सेकेंड में नजरों से ओझल हो गई। यह वाक्या कहीं और का नहीं बल्कि देहरादून-हरिद्वार राजमार्ग पर बुधवार दोपहर का है, जब बेलगाम गति से वाहन दौड़ाने वालों पर कार्रवाई को लेकर परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीम चेकिंग कर रही थी।

कार गुरुग्राम में पंजीकृत बताई जा रही है, जिसका आनलाइन चालान वाहन स्वामी के निवास पते पर भेजा जा रहा है।

आरटीओ (प्रवर्तन) शैलेश तिवारी ने बताया कि तेज गति से दौड़ रहे वाहन को रोकना या उसका पीछा करने से दुर्घटना का खतरा बना रहता है। इस कारण अब ऐसे वाहनों का इंटरसेप्टर व स्पीड रडार गन से चालान किया जा रहा। यह चालान घर भेजा जाता है, लेकिन चालान का एसएमएस वाहन स्वामी के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर तत्काल चला जाता है।

आरटीओ शैलेश तिवारी ने बताया कि हरिद्वार रोड पर हर्रावाला से यह कार गुजरी। कार दून से हरिद्वार की ओर जा रही थी। कार बेलगाम गति 150 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार पर दौड़ रही थी, जबकि इस राजमार्ग पर अधिकतम गति-सीमा 80 किमी प्रतिघंटा निर्धारित है।

आरटीओ के अनुसार, कार का चालान करने के साथ ही चालक का ड्राइविंग लाइसेंस भी तीन माह के लिए निलंबित किया जाएगा। आरटीओ ने बताया कि परिवहन विभाग की प्रवर्तन टीमों ने बुधवार को देहरादून व हरिद्वार में बेलगाम गति से वाहन दौड़ाने वालों के खिलाफ चेकिंग अभियान चलाकर कार्रवाई की।

देहरादून जनपद में 219 वाहनों का चालान किया गया। देहरादून में एआरटीओ (प्रवर्तन) राजेंद्र विराटिया के निर्देशन में परिवहन कर अधिकारी अनुराधा पंत, श्वेता रौथाण और एमडी पपनोई ने हर्रावाला, कुंआवाला, हरिद्वार बाईपास एवं सहारनपुर मार्ग पर अभियान चलाया। अभियान के तहत 90 वाहनों का तेज गति में चालान किया गया।

ऋषिकेश में एआरटीओ (प्रवर्तन) मोहित कोठारी ने हरिद्वार मार्ग एवं देहरादून मार्ग पर अभियान चलाकर 72 वाहनों का, जबकि विकासनगर क्षेत्र में एआरटीओ (प्रवर्तन) रावत सिंह और परिवहन कर अधिकारी महावीर सिंह नेगी की टीम ने शिमला बाईपास मार्ग पर अभियान चलाकर 57 वाहनों का चालान किया। वहीं, हरिद्वार जनपद में कुल 102 वाहनों का तेज गति में चालान किया गया।

हरिद्वार में एआरटीओ (प्रवर्तन) रश्मि पंत की टीमों ने 53 वाहनों, जबकि रुड़की में एआरटीओ कृष्ण चंद्र की टीम ने 49 वाहनों का चालान किया। आरटीओ तिवारी ने बताया कि परिवहन विभाग की ओर से राज्य के सीमावर्ती मार्गों आशारोड़ी, कुल्हाल, चिड़ियापुर व नारसन में एएनपीआर कैमरों के माध्यम से भी वाहनों की गति पर नजर रखी जा रही है।

रडार गन व इंटरसेप्टर से कार्रवाई

देहरादून में तेज गति को नापने के लिए आरटीओ कार्यालय के पास चार इंटरसेप्टर और स्पीड रडार गन हैं। आरटीओ ने बताया कि इंटरसेप्टर के स्पीड रडारगन में चेकिंग स्थल पर अधिकतम गति सीमा दर्ज की जाती है और कैमरे से वाहन पर फोकस किया जाता है। जब वाहन सामने से आता है तो कैमरे में उसकी गति दर्ज हो जाती है। निर्धारित सीमा से अधिक गति होने पर स्पीड रडारगन इसकी फोटो नंबर प्लेट एवं गति सहित कंप्यूटर में दर्ज कर देता है। फिर ई-चालान साफ्टवेयर में दर्ज कर चालान निर्गत किया जाता है।

दो हजार रुपये जुर्माना व डीएल निलंबन

आरटीओ ने बताया कि बेलगाम गति से वाहन चलाने पर एमवी एक्ट के अंतर्गत दो हजार रुपये जुर्माने का प्रविधान है। इसके अतिरिक्त वाहन चालक का ड्राइविंग लाइसेंस भी तीन माह के लिए निलंबित किया जाता है। पिछले तीन माह में परिवहन विभाग बेलगाम गति पर 1,500 से अधिक वाहनों का चालान कर चुका है और इतने ही चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस भी निलंबित किया गया है।

यहां होती हैं सर्वाधिक दुर्घटनाएं

हरिद्वार रोड, राजपुर रोड, रायपुर रोड, चकराता रोड, सहारनपुर रोड, हरिद्वार बाईपास, शिमला बाईपास।

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