उत्तराखंड में बढ़ती गर्मी के बीच बिजली की मांग ने अब तक के अपने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। रविवार शाम उत्तराखंड में ऊर्जा निगम ने सोमवार के लिए बिजली की मांग का आकलन किया जो 56.57 मिलियन यूनिट (एमयू) के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। गतवर्ष बिजली की सबसे अधिक 55.62 एमयू की मांग 17 जून को आई थी।बिजली की मांग बढ़ने के कारण बढ़ते लोड से लाइन ट्रिप हो रही हैं। बढ़ती मांग के बीच सप्लाई सामान्य बनाए रखने को गांव से शहरों तक कटौती की जा रही है। देशभर में गर्मी के तेज होते प्रकोप के बीच उत्तराखंड में भी तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है।
इसके चलते बिजली की मांग में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। ऊर्जा निगम ने उत्तराखंड में सोमवार के लिए बिजली की प्रस्तावित मांग का ब्योरा रविवार शाम जारी किया। यूपीसीएल के निदेशक अजय अग्रवाल ने बताया कि सोमवार को बिजली की मांग 56.57 एमयू रहेगी। इसके सापेक्ष उपलब्धता 48.10 एमयू है।
इन दोनों का अंतर पाटने को एनर्जी एक्सचेंज से 7.34 एमयू बिजली का इंतजाम किया है। शेष बिजली की व्यवस्था रियल टाइम मार्केट के जरिए की जाएगी। उन्होंने बताया कि बीते एक सप्ताह से लगातार बिजली की मांग 50 एमयू से 55.06 एमयू के बीच आ रही है।साल दर साल बढ़ रही डिमांड: बिजली की मांग साल दर साल बढ़ती जा रही है। 2018 में सबसे अधिक मांग 47.56 एमयू रही। 2019 में यह आंकड़ा 47.90 एमयू पर पहुंच गया। 2020 में कुछ कमी के साथ मांग 42.56 एमयू रही। 2021 में मांग फिर बढ़ी और 47.96 एमयू तक पहुंची। 2022 में मांग 54.62 एमयू जबकि 2023 में 55.62 एमयू के रिकॉर्ड स्तर पर आई। अब 2024 में ये रिकॉर्ड भी 56.57 एमयू की मांग से टूट गया।
एनर्जी एक्सचेंज
देशभर में बिजली का उत्पादन करने वाली निजी कंपनियां बिजली बेचने के लिए इंडियन एनर्जी एक्सचेंज का इस्तेमाल करती है। यह एक्सचेंज एक नेशनल लेवल का ऑटोमैटिक पावर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है। यहां राज्य हर दिन की मांग के हिसाब से एक रोज पहले अपनी जरूरत के अनुसार बिजली का इंतजाम करते हैं।
प्रदेशभर में बिजली की रिकॉर्ड मांग के बावजूद ऊर्जा निगम बिजली के शत प्रतिशत इंतजाम का दावा कर रहा है। हालांकि इन दावों के विपरीत बिजली का लोड बढ़ने से ग्रिड को बनाए रखने को लोकल फॉल्ट के नाम पर पावर कट भी हो रहा है। ये पावर कट गांवों से लेकर शहरों तक में भी हो रहे हैं। खासतौर पर दोपहर और रात के समय फॉल्ट से पावर कट हो रहा है।
जनता को न हो परेशानी:मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बिजली की बढ़ती मांग का असर सप्लाई पर न पड़े, इसके लिए ऊर्जा निगम को सभी वैकल्पिक इंतजाम करने की सख्त हिदायत दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मांग किसी भी स्तर पर पहुंचे, लेकिन जनता को किसी भी तरह बिजली की कमी से परेशान नहीं होना पड़ेगा। ऊर्जा निगम को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहकर काम करने के निर्देश दिए गए हैं। यात्रा और पर्यटन सीजन को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त और विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।