टीएचडीसी की ओर से टिहरी स्थित हाइड्रो पावर प्लांट में एक जून से एक महीने का लंबा शटडाउन लिया जा रहा है। इस कारण उत्तराखंड को टीएचडीसी से मिलने वाली 61.79 मेगावाट बिजली नहीं मिलेगी। इस शटडाउन का असर चीला पावर हाउस पर भी पड़ेगा।
यूजेवीएनएल भी इसी दौरान अपने प्लांट की मरम्मत का भी काम पूरा करेगा। इससे 90 मेगावाट बिजली उत्पादन अलग प्रभावित होगा। जून में होने वाली बिजली की कमी से निपटने को ऊर्जा निगम ने वैकल्पिक इंतजाम शुरू कर दिए हैं।ऊर्जा निगम पहले ही वर्तमान में रात आठ बजे से दो बजे तक पीक ऑवर में बिजली की कमी से जूझ रहा है। इस कमी के बीच 150 मेगावाट के इस झटके से ऊर्जा निगम का पूरा सिस्टम गड़बड़ा गया है। अभी कुल्हाल, ढकरानी, ढालीपुर के तीन पावर हाउस में पहले ही उत्पादन बंद है।
हालांकि, इन तीन पावर हाउस के साथ तिलोथ पावर हाउस से एक जून तक उत्पादन शुरू हो जाएगा। सबसे बड़ी दिक्कत पीक ऑवर में बिजली का इंतजाम करने में हो रही है। पीक ऑवर में बाजार में भी बिजली के दाम 12 रुपये प्रति यूनिट से नीचे नहीं आ रहे हैं।दिन के समय में बिजली बाजार में भी 4.40 पैसे प्रति यूनिट की दर से मिल रही है। निदेशक प्रोजेक्ट अजय अग्रवाल ने बताया, टीएचडीसी, चीला पावर हाउस बंद होने से दिक्कत जरूर आएगी, लेकिन उससे निपटने के भी इंतजाम कर लिए गए हैं।
सौ मेगावाट का गैस पावर प्लांट को रिजर्व में रखा है। यूजेवीएनएल के चार प्लांटों से भी उत्पादन शुरू हो जाएगा। साथ ही कुछ पावर परचेज एग्रीमेंट भी किए जा रहे हैं। बाजार से भी बिजली जुटाई जाएगी। ताकि उपभोक्ताओं को दिक्कत न आए।उत्पादन न होने की दी सूचना नई टिहरी। एक जून से 15 जुलाई तक प्रस्तावित शटडाउन के दौरान टिहरी और कोटेश्वर बांध से बिजली उत्पादन शून्य रहेगा। शटडाउन के दौरान बिजली उत्पादन बंद रहने की सूचना पावर ग्रिड को देकर आवश्यक व्यवस्था बनाने को कहा गया है।
हरिद्वार। टिहरी बांध से शटडाउन के कारण हरिद्वार में गंगा के जल में कमी से धार्मिक गतिविधि प्रभावित हो सकती है। यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि 45 दिन तक टिहरी बांध से भागीरथी नदी का कम जल छोड़ा जाएगा। यूपी सिंचाई विभाग का दावा है कि हरकी पैड़ी पर पर्याप्त जल उपलब्ध कराया जाएगा।
2400 मेगावॉट क्षमता से उत्पादन का लक्ष्य
नई टिहरी। टीएचडीसी के कार्यपालक निदेशक एलपी जोशी का कहना है कि पीएसपी परियोजना की कमीशनिंग अंतिम चरण में है। पहली दो यूनिटें (250-250 मेगावॉट) अगस्त तक स्थापित होकर उत्पादन शुरू कर देंगी। दूसरी यूनिटें भी इस साल अंत तक कार्य शुरू करेगी। इससे टिहरी बांध 2400 मेगावॉट उत्पादन शुरू करेगा।
हरिद्वार। भागीरथी नदी का जल कम होने से हरिद्वार जिले और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लिए गंगनहर में भी जल घटेगा। इससे कई इलाकों में आंशिक रूप से 30 फीसदी तक सिंचाई के कार्य प्रभावित होने की आशंका है। क्योंकि गंगनहर से उत्तर प्रदेश की ओर जाने वाला पानी भी कम हो जाएगा। गंगनहर में बारह हजार क्यूसेक पानी से घटकर जलस्तर छह हजार क्यूसेक पर आ सकता है।